Rekha mishra

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लेखनी कहानी -23-Jan-2022

                               पर्यटन विशेष                                    कहीं पर्वत कहीं नदिया                                                    कहीं झरनों का शोर 
                    सुनाई देगा।तुम आओ 
               तो मुझे देखने, फिर मन 
यहीं रुकने को करेगा।।
जी  हाँ बात हो रही है देश में घूमने वालीं जगहों की अब विश्व के कौने कौने में इनके बारे में बताने का जिम्मा उठा रखा है खुद पर्यटन विभाग ने पहले लोग सभी घूमने फिरने की जगहों से इतने अवगत नहीं थे लेकिन आज बस गूगल कीजिए  जगह उस का पूरा विवरण  साथ ही घूमने में होने वाला खर्च अपनी सहूलियत के साथ है ना मजेदार इसके  अलावा पर्यटन  को बढ़ावा देने व देश की जनता को पर्यटन का महत्व समझाने के उद्देश्य से हर वर्ष 25 जनवरी को राष्ट्रीय पर्यटन दिवस के रूप में मनाया जाता है जबकि विश्व पर्यटन दिवस 27 सितम्बर को मनाया जाता है.                                             विश्व पर्यटन दिवस मनाने का प्राथमिक उद्देश्य दुनिया भर में पर्यटन के महत्व को बढ़ाना और आम जनता को यह दिखाना है कि पर्यटन न केवल देश के आर्थिक मूल्यों को प्रभावित करता है बल्कि देश क्षेत्र के सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक मूल्यों को भी प्रभावित करता है।भारत अपनी विविधता के लिए प्रसिद्ध है और पर्यटकों को विभिन्न व्यंजनों, एडवेंचर प्लेसेस, संगीत, इतिहास, भाषाओं आदि की पेशकश करने की क्षमता रखता है।भारत में जब भी कोई उत्तर से दक्षिण की ओर यात्रा करता है, तो जातीयता, संस्कृति, विरासत आदि हर किलोमीटर के साथ बदलते रहते हैं। इसकी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के साथ-साथ परिदृश्य और समुद्री दृश्य देश को शेष एशियाई महाद्वीप से अलग बनाते हैं।पर्यटन आपको दुनिया के हर हिस्से में अलग-अलग जीवन शैली को जानने की अनुमति देता है।इसके अलावा ऋषि-मुनियों और अवतारों की भूमि 'भारत' एक रहस्यमय देश है। धरती के 70.8% प्रतिशत भाग पर समुद्र है जिसमें से 14% भाग पर बसा है विराट हिन्द महासागर। भारत तीन ओर से समुद्र से घिरा है और जिसके 13 राज्यों की सीमा से समुद्र लगा हुआ है। यहां देखने लायक एक और जहां बर्फ है तो दूसरी ओर समुद्र, एक ओर जहां जंगल है तो दूसरी ओर रेगिस्तान। कहने का मतलब यहां सब कुछ है। चारों धाम की यात्रा में सभी तरह के नजारों के दर्शन हो जाते हैं, दुनिया का सबसे खूबसूरत देश है भारत। भारत को प्रकृति ने एक ओर जहां अनुपम और भरपूर सुंदरता से सजाया है तो दूसरी ओर अध्यात्म की गंगा भी बहाई है। भारत में एक ओर हिमालय है तो तीन ओर समुद्र, एक ओर अथाह रेगिस्तान है तो दूसरी ओर भयानक जंगल। इस सबके अलावा हरे-भरे घास के मैदान और दूसरी ओर विशालकाय पथरीली जमीन है।भारत के कुछ मुख्य पर्यटन स्थल से आपको अवगत कराते हैं चलिए 

कश्मीर का श्रीनगर : श्रीनगर के बहाने आप भारत के सबसे खूबसूरत राज्य जम्मू और कश्मीर में घूम सकते हैं। यहां जहां अमरनाथ, वैष्णोदेवी की गुफा है तो दूसरी ओर बर्फ से ढंगे खूबसूरत पहाड़, झील और लंबे-लंबे देवतार के वृक्ष। जम्मू-कश्मीर में जाएं तो जम्मू और श्रीनगर जरूर जाएं।  
    राजस्थान का रेगिस्तान : राजस्थान में रेगिस्तान के अलावा कई ऐतिहासिक किलें और झीलें देखने लायक हैं। राजस्थान का रेगिस्तान अपने आप में एक रहस्य है। राजस्थान के बीच में से ही सरस्वती नदी बहती थी और यहां पर ही दुनिया की सबसे प्राचीन सभ्यता रहती थी। आज भी सरस्वती की सभ्यता खोजी जाना बाकी है। कहा जाता है कि सरस्वती नदी के तट पर ही बैठकर ऋषियों ने वेद और स्मृति ग्रंथ लिखे थे।                                         जैसलमेर और बाड़मेर : अगर आप रेगिस्तान ही देखना चाहते हैं तो जरूरी है जैसलमेर और बाड़मेर का दौरा करना। बाड़मेर राजस्थान में स्थित एक छोटा किंतु रंगों से भरपूर शहर है, लेकिन इसको देखना राजस्थान को देखना है। दूसरी ओर अनुपम वास्तुशिल्प, मधुर लोक संगीत, विपुल सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक विरासत को अपने में संजोए हुए जैसलमेर स्वर्ण नगरी के रूप में विख्यात है। जैसलमेर के प्रमुख ऐतिहासिक स्मारकों में सर्वप्रमुख यहां का किला है। जैसलमेर शहर के निकट एक पहाड़ी पर बने हुए इस दुर्ग में राजमहल, कई प्राचीन जैन मंदिर और ज्ञान भंडार नामक एक पुस्तकालय है जिसमें प्राचीन संस्कृत तथा प्राकृत पांडुलिपियां रखी हुई हैं। 

गुजरात का द्वारिका नगर : मथुरा से निकलकर भगवान कृष्ण ने द्वारिका क्षेत्र में प्रवेश लिया था। प्राचीन इतिहास की खोज करने वाले इतिहासकारों के अनुसार द्वारिका विश्‍व का सबसे रहस्यमय शहर है। इस शहर पर अभी भी शोध जारी है।


केरल : केरल को कुदरत ने बड़ी खूबसूरती से संवारा है इसलिए हनीमून के लिए केरल सबसे उपयुक्त जगह है। ऊंचे-ऊंचे पहाड़, शानदार समुद्री किनारा, नारियल और खजूर के पेड़ों के झुरमुट के बीच में से नाव पर सवारी, चारों ओर हरियाली और बेहद खूबसूरत नजारे, ये सब हैं केरल की खूबसूरती की असली पहचान। इन नजारों में प्यारभरे दिलों की धड़कनें बढ़ना स्वाभाविक है।


अंदमान-निकोबार : अगर आपको पानी से खास लगाव है तो अंडमान-निकोबार आइलैंड आपके लिए सही रहेगा। बंगाल की खाड़ी में स्थित और हिन्द महासागर की जल सीमा से सटा अंडमान-निकोबार द्वीप समूह वास्तव में 300 से अधिक खूबसूरत द्वीपों और टापुओं का बड़ा समूह है, जहां पन्ना और मूंगे की चट्टानें भी मौजूद हैं। सफेद बालू वाले सुंदर समुद्र तट, जहां पानी के किनारे कतार में लंबे-लंबे नारियल के पेड़ काफी आकर्षक नजर आते हैं।

कन्याकुमारी : कन्याकुमारी हिन्दुओं का प्रमुख तीर्थस्थल है। कन्याकुमारी तमिलनाडु राज्य का एक शहर है।यहां भारत का अंत भी होता है। 

दार्जिलिंग : 'क्वीन ऑफ हिल्स' के नाम से मशहूर दार्जिलिंग हमेशा से एक बेहतरीन हनीमून डेस्टिनेशन रहा है। कभी सिक्किम का हिस्सा रहे इस हिल स्टेशन की सबसे बड़ी खासियत है यहां के चाय बागान। दूर-दूर तक फैले हरी चाय के खेत मानो धरती पर हरी चादर बिछी हो। एक समय दार्जिलिंग अपने मसालों के लिए मशहूर था लेकिन अब चाय के लिए ही ये विश्‍वस्‍तर पर जाना जाता है। यहां स्थित प्रत्‍येक चाय उद्यान का अपना-अपना इतिहास और अपनी खासियत है।


अरुणाचल : पूर्वोत्तर में अरुणाचल का सफर करना बहुत ही सुंदर, रोमांच और अद्भुत अनुभवों से भरा रहेगा। असम, सिक्किम, अरुणाचल, नगालैंड, त्रिपुरा, मेघालय और मणिपुर में घूमना बहुत ही अद्भुत है। भारत के ये पूर्वोत्तर राज्य अपने आप में प्राकृतिक खूबसूरती को समेटे हुए हैं। यहां के ऊंचे ऊंचे पहाड़ देखने लायक हैं। पहाड़ों की सुंदरता को देखना है तो पूर्वोत्तर राज्यों का दौरा जरूर करना चाहिए।

 
गया और बोधगया : बिहार के गया जिले के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल व धर्मनगरी बोधगया में जैन, बौद्ध और हिन्दू- तीनों ही धर्मों के लोग एकजुट होते हैं। बिहार में ही राजगीर है।गया के तट पर जहां एक और हिन्दू अपने पितरों को पिंडदान देने के लिए एकत्रित होते हैं, वहीं वहां से कुछ किलोमीटर दूर एक स्थान पर भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था जिसे आज 'बोधगया' कहा जाता है। यहां का महाबोधि मंदिर विश्वप्रसिद्ध है। देश के विभिन्न राज्यों के अलावा तिब्बत, नेपाल, चीन, जापान, म्यांमार, कनाडा, अमेरिका सहित कई देशों से करीब 2 लाख बौद्ध धर्मावलंबी कालचक्र पूजा में आहूति देने के लिए ज्ञान की इस नगरी में उपस्थित होते हैं।गया या बोधगया स्थान का चयन इसलिए किया गया, क्योंकि यह देश की सबसे प्राचीन नगरी होने के साथ-साथ ऐतिहासिक महत्व भी रखती है।

अमरकंटक : भारत के पर्यटन स्थलों में अमरकंटक प्रसिद्ध तीर्थ और नयनाभिराम पर्यटन स्थल है। विंध्य और सतपुड़ा पर्वतमालाओं के बीच 1,065 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह हरा-भरा होने के साथ-साथ अपने में कई रहस्य समेटे हुए हैं। आश्चर्य नहीं कि यहां के बंदर भी आपको ध्यान करते हुए मिल जाएं। हंसिये नहीं ये सच है। 
 तो कैसा लगा भारत के पर्यटन स्थलों की छोटी सी झांकी मजा आया ना। तो इन्हीं छुट्टियों में जाने की तैयारी कीजिए। 

में भारत हूँ मेरे रंग कई 
रहन सहन के ढंग कई। 
आओ जरा घूम कर जाओ,
पर्यटकों, तुम्हारी आँखों को 
मिले आंनद सही।।

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3 Comments

Seema Priyadarshini sahay

26-Jan-2022 12:59 AM

बहुत खूबसूरत।अच्छी जानकारी

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Arjun kumar

23-Jan-2022 03:57 PM

Nice

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Rakash

23-Jan-2022 03:48 PM

Nice

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